आज नवरात्रि से शुरू हो चुके हैं और नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है. नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है. इस दौरान लोग 9 दिनों तक उपवास भी रखते हैं. नवरात्रि में नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है. आइए जानते हैं कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और इससे जुड़े कुछ नियम.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि आज से शुरू हो चुकी है और नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है. मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए कलश की स्थापना हमेशा उचित मुहूर्त में ही करनी चाहिए. इस बार नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 16 मिनट से लेकर 7 बजकर 40 मिनट तक है. इसके अलावा दिन में भी कलश स्थापना कर सकते हैं. इसके लिए शुभ मुहूर्त दिन के 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक है.
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की तिथि
29 सितंबर- पहला दिन घट कलश स्थापना- शैलपुत्री
30 सितंबर- दूसरा दिन -ब्रह्मचारिणी पूजा
1 अक्टूबर- तीसरा दिन- चंद्रघंटा पूजा
2 अक्टूबर- चौथा दिन- कूष्मांडा पूजा
3 अक्टूबर- पांचवां दिन- सरस्वती पूजा, स्कंदमाता पूजा
4 अक्टूबर- छठा दिन- कात्यायनी पूजा
5 अक्टूबर- सातवां दिन- कालरात्रि, सरस्वती पूजा
6 अक्टूबर- आठवां दिन-महागौरी, दुर्गाष्टमी, नवमी पूजन
7 अक्टूबर- नौवां दिन- नवमी हवन, नवरात्रि पारण
8 अक्टूबर- दुर्गा विसर्जन, विजयादशमी
आज नवरात्रि से शुरू हो चुके हैं और नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है. नवरात्रि में पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है. इस दौरान लोग 9 दिनों तक उपवास भी रखते हैं. नवरात्रि में नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है. आइए जानते हैं कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और इससे जुड़े कुछ नियम.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि आज से शुरू हो चुकी है और नवरात्रि के पहले दिन कलश की स्थापना की जाती है. मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए कलश की स्थापना हमेशा उचित मुहूर्त में ही करनी चाहिए. इस बार नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 16 मिनट से लेकर 7 बजकर 40 मिनट तक है. इसके अलावा दिन में भी कलश स्थापना कर सकते हैं. इसके लिए शुभ मुहूर्त दिन के 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक है.
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की तिथि
29 सितंबर- पहला दिन घट कलश स्थापना- शैलपुत्री
30 सितंबर- दूसरा दिन -ब्रह्मचारिणी पूजा
1 अक्टूबर- तीसरा दिन- चंद्रघंटा पूजा
2 अक्टूबर- चौथा दिन- कूष्मांडा पूजा
3 अक्टूबर- पांचवां दिन- सरस्वती पूजा, स्कंदमाता पूजा
4 अक्टूबर- छठा दिन- कात्यायनी पूजा
5 अक्टूबर- सातवां दिन- कालरात्रि, सरस्वती पूजा
6 अक्टूबर- आठवां दिन-महागौरी, दुर्गाष्टमी, नवमी पूजन
7 अक्टूबर- नौवां दिन- नवमी हवन, नवरात्रि पारण
8 अक्टूबर- दुर्गा विसर्जन, विजयादशमी