Added on : 2019-09-06 18:26:14
जिम्बॉब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का 95 साल की उम्र में सिंगापुर में निधन हो गया है. ZimLive की रिपोर्ट के मुताबिक, मुगाबे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. जिम्बॉब्वे के मौजूदा राष्ट्रपति इमरसन म्गांगवा ने दो सप्ताह पूर्व कैबिनेट की मीटिंग में कहा था कि डॉक्टरों ने उनका इलाज बंद कर दिया है. मुगाबे 1980 से 1987 तक प्रधानमंत्री और 1987 से 2017 तक राष्ट्रपति रहे थे. उन्होंने 37 सालों तक जिम्बॉब्वे का नेतृत्व किया था. 2017 में सेना के दखल से उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
मुगाबे की मौत की पुष्टि उनके भतीजे ने की है. इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के एक अधिकारी ने भी तीन मंत्रियों के हवाले से पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रॉबर्ट मुगाबे की मौत की पुष्टि की है.
तानाशाहीपूर्ण रवैये के कारण विवादों में रहे
रॉबर्ट मुगाबे का लंबा कार्यकाल विवादों में भी रहा. उनके तानाशाही पूर्ण रवैये का असर देश की अर्थव्यवस्था के साथ दूसरे क्षेत्रों पर भी पड़ा. कई क्रिकेटरों ने मुगावे के रवैये के कारण ही जिम्बॉब्वे को छोड़ दिया. तेज गेंदबाज हैनरी ओलंगा इनमें सबसे प्रमुख हैं. इसके अलावा मुगाबे पर वोट में गड़बड़ी, विपक्षियों को धमकी देने और गबन के आरोप लगे.
जिम्बॉब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे का 95 साल की उम्र में सिंगापुर में निधन हो गया है. ZimLive की रिपोर्ट के मुताबिक, मुगाबे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. जिम्बॉब्वे के मौजूदा राष्ट्रपति इमरसन म्गांगवा ने दो सप्ताह पूर्व कैबिनेट की मीटिंग में कहा था कि डॉक्टरों ने उनका इलाज बंद कर दिया है. मुगाबे 1980 से 1987 तक प्रधानमंत्री और 1987 से 2017 तक राष्ट्रपति रहे थे. उन्होंने 37 सालों तक जिम्बॉब्वे का नेतृत्व किया था. 2017 में सेना के दखल से उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
मुगाबे की मौत की पुष्टि उनके भतीजे ने की है. इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के एक अधिकारी ने भी तीन मंत्रियों के हवाले से पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रॉबर्ट मुगाबे की मौत की पुष्टि की है.
तानाशाहीपूर्ण रवैये के कारण विवादों में रहे
रॉबर्ट मुगाबे का लंबा कार्यकाल विवादों में भी रहा. उनके तानाशाही पूर्ण रवैये का असर देश की अर्थव्यवस्था के साथ दूसरे क्षेत्रों पर भी पड़ा. कई क्रिकेटरों ने मुगावे के रवैये के कारण ही जिम्बॉब्वे को छोड़ दिया. तेज गेंदबाज हैनरी ओलंगा इनमें सबसे प्रमुख हैं. इसके अलावा मुगाबे पर वोट में गड़बड़ी, विपक्षियों को धमकी देने और गबन के आरोप लगे.