महिसागर के जंगल मे बाघ होने की पुष्टि के बाद सासन गिर से पहले 10 नाइट विज़न कैमरे मंगवाए गए और आज दो पिंजरे महिसागर में लाए गए। अगर कोई कुदरती आपत्ति आती है तो महिसागर के जंगल में दिखे राष्ट्रीय प्राणी बाघ को कोई नुकसान न हो ओर बचाया जाए बाघ की सुरक्षा को लेकर वन विभाग मुस्तेद हुआ।
महिसागर में बाघ के लिए पिंजरे आने के बाद वन्य पर्यावरण प्रेमी में रोष।
वन्य पर्यावरण प्रेमी के मनमे उठ रहे कई सवाल। क्या बाघ को पिंजरे में कैद करके कही और भेजा जाएगा ? जंगल के आसपास के लोग बाघ को कैद करने के लिए जंगल मे नही रखने देगे पिंजरे। दूसरी ओर वन विभाग का कहना है की ऐतिहात के तौर पे लाए गए है पिंजरे ।
महिसागर के जंगल मे बाघ होने की पुष्टि के बाद सासन गिर से पहले 10 नाइट विज़न कैमरे मंगवाए गए और आज दो पिंजरे महिसागर में लाए गए। अगर कोई कुदरती आपत्ति आती है तो महिसागर के जंगल में दिखे राष्ट्रीय प्राणी बाघ को कोई नुकसान न हो ओर बचाया जाए बाघ की सुरक्षा को लेकर वन विभाग मुस्तेद हुआ।
महिसागर में बाघ के लिए पिंजरे आने के बाद वन्य पर्यावरण प्रेमी में रोष।
वन्य पर्यावरण प्रेमी के मनमे उठ रहे कई सवाल। क्या बाघ को पिंजरे में कैद करके कही और भेजा जाएगा ? जंगल के आसपास के लोग बाघ को कैद करने के लिए जंगल मे नही रखने देगे पिंजरे। दूसरी ओर वन विभाग का कहना है की ऐतिहात के तौर पे लाए गए है पिंजरे ।