अमेरिकी सरकार उन नए विदेशी छात्रों को फिलहाल देश आने की मंजूरी नहीं देगी, जिन्होंने हाल ही में किसी देश के किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है। ऐसे विदेशी छात्र जिनकी सभी कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होनी हैं उन्हें भी देश में प्रवेश की मंजूरी नहीं होगी। यह नया आदेश ट्रंप प्रशासन के इमीग्रेशन और कस्टम इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट (आईसीई) ने जारी किया है।
शुक्रवार रात को आईसीई द्वारा जारी बयान में कहा गया कि जिन विद्यार्थियों ने 9 मार्च के बाद अमेरिका के कॉलेज अथवा विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है, वे अगले आदेश तक देश में नहीं आ सकेंगे। ये आप्रवासी छात्र हैं, जिनके सेमेस्टर की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन है।
इसके लिए शिक्षा संस्थानों को एक नया फॉर्म आई-20 जारी करना होगा। इसके जरिए प्रवासी छात्रों की योग्यता स्थिति जांची जा सकेगी। आईसीई ने कहा है कि सभी विदेशी छात्रों से इसका पालन कराया जाए। इसमें कहा गया है कि शिक्षा संस्थान डिस्टेंस लर्निंग को बढ़ावा दें।
अमेरिकी सरकार उन नए विदेशी छात्रों को फिलहाल देश आने की मंजूरी नहीं देगी, जिन्होंने हाल ही में किसी देश के किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है। ऐसे विदेशी छात्र जिनकी सभी कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होनी हैं उन्हें भी देश में प्रवेश की मंजूरी नहीं होगी। यह नया आदेश ट्रंप प्रशासन के इमीग्रेशन और कस्टम इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट (आईसीई) ने जारी किया है।
शुक्रवार रात को आईसीई द्वारा जारी बयान में कहा गया कि जिन विद्यार्थियों ने 9 मार्च के बाद अमेरिका के कॉलेज अथवा विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया है, वे अगले आदेश तक देश में नहीं आ सकेंगे। ये आप्रवासी छात्र हैं, जिनके सेमेस्टर की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन है।
इसके लिए शिक्षा संस्थानों को एक नया फॉर्म आई-20 जारी करना होगा। इसके जरिए प्रवासी छात्रों की योग्यता स्थिति जांची जा सकेगी। आईसीई ने कहा है कि सभी विदेशी छात्रों से इसका पालन कराया जाए। इसमें कहा गया है कि शिक्षा संस्थान डिस्टेंस लर्निंग को बढ़ावा दें।