शासन के मुताबिक मंडियों में समर्थन मूल्य पर अमानक और नमी वाला गेहूं बेच रहे हैं प्रदेश के किसान, इसलिए किसानों को अपना गेहूं 4 दिन में सुखा कर फिर से मंडी लाने की अनूठी मोहलत। फिर से गेहूं बेचने के लिए लाखों किसानों को दोबारा कराना पड़ेगा ऑनलाइन पंजीयन । फिलहाल 2125 के समर्थन मूल्य के बावजूद 1700 से 1800 क्विंटल के भाव से बिक रहा है गेहूं । इंदौर में इस स्थिति से नाराज किसान अब सड़कों पर उतरे ।