1999 में आए सुपर सायक्लोन के बाद सबसे खतरनाक तूफान माना जा रहा फानी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओडिशा के पुरी तट से टकराया. इससे कई मकानों को नुकसान पहुंचा है. हजारों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए. निचली बस्तियों में पानी भर गया. जिस वक्त तूफान पुरी तट से टकराया, हवा की रफ्तार 175 किमी/घंटे थी. गौरतलब है कि कुछ स्थानों पर यह 200 किमी/घंटे तक पहुंची. इस बीच 6 लोगों की मौत हो गई है. समय से राहत-बचाव कार्य की तैयारी शुरू होने की वजह से जान-माल का नुकसान बहुत कम हुआ है.
1999 में आए सुपर सायक्लोन के बाद सबसे खतरनाक तूफान माना जा रहा फानी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओडिशा के पुरी तट से टकराया. इससे कई मकानों को नुकसान पहुंचा है. हजारों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए. निचली बस्तियों में पानी भर गया. जिस वक्त तूफान पुरी तट से टकराया, हवा की रफ्तार 175 किमी/घंटे थी. गौरतलब है कि कुछ स्थानों पर यह 200 किमी/घंटे तक पहुंची. इस बीच 6 लोगों की मौत हो गई है. समय से राहत-बचाव कार्य की तैयारी शुरू होने की वजह से जान-माल का नुकसान बहुत कम हुआ है.