चुनाव, बिहार और जाति फैक्टर- ये तीनों एक-दूसरे के पर्याय हों जैसे. बिहार में चुनाव हो और जातिय गणित की बात न हो ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता. भले ही लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम पार्टियां एनडीए और महागठबंधन के दो खेमों में बंट गई हों लेकिन सियासी गुणा-गणित, सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में सबसे बड़ा फैक्टर इस बार भी जाति ही दिख रहा है. जाति पर आधारित राजनीति के चलते खेमों के अंदर खेमे और खेमों के खिलाफ खेमे खड़े होते दिख रहे हैं.
चुनाव, बिहार और जाति फैक्टर- ये तीनों एक-दूसरे के पर्याय हों जैसे. बिहार में चुनाव हो और जातिय गणित की बात न हो ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता. भले ही लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम पार्टियां एनडीए और महागठबंधन के दो खेमों में बंट गई हों लेकिन सियासी गुणा-गणित, सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में सबसे बड़ा फैक्टर इस बार भी जाति ही दिख रहा है. जाति पर आधारित राजनीति के चलते खेमों के अंदर खेमे और खेमों के खिलाफ खेमे खड़े होते दिख रहे हैं.