तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अभिषेक बनर्जी के केंद्रीय एजेंसियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने के एक दिन बाद गुरुवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने टीएमसी नेता से न्यायाधीश ना बनने और इसके बजाय केंद्रीय एजेंसियों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने देने का आग्रह किया। धर्मेंद्र प्रधान ने दावा किया कि भ्रष्टाचार में शामिल लोग वर्तमान में बंगाल के मामलों का प्रबंधन कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी पर सत्तारूढ़ टीएमसी ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। टीएमसी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तुलना एक ‘‘वॉशिंग मशीन’’ से की, जो उनकी पार्टी में शामिल होने पर भ्रष्ट व्यक्तियों को अच्छे व्यक्तियों में बदल देती है।