अपने पहले ही टेस्ट में शानदार शतक जमाने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने इस लाजवाब पारी को अपने पिता को समर्पित किया है. उसके यहां तक पहुंचने में पिता के त्याग की बड़ी भूमिका रही है.
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद शॉ ने यह शतक अपने पिता को समर्पित किया जिन्होंने अकेले ही उन्हें पाला पोसा. शॉ जब केवल 4 साल के थे तब उनकी मां का निधन हो गया था.
अपने पहले ही टेस्ट में शानदार शतक जमाने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने इस लाजवाब पारी को अपने पिता को समर्पित किया है. उसके यहां तक पहुंचने में पिता के त्याग की बड़ी भूमिका रही है.
पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद शॉ ने यह शतक अपने पिता को समर्पित किया जिन्होंने अकेले ही उन्हें पाला पोसा. शॉ जब केवल 4 साल के थे तब उनकी मां का निधन हो गया था.