गुजरात के जामनगर में आणदाबाबा सेवा संस्थान ने गाय के गोबर से लकड़ी बनाने की एक नई पहल शुरू की है. गौ-शालाएं इस तकनीक के जरिए राजस्व का नया स्त्रोत खोज सकती है. बता दें की सामान्यत: पेड़ की लकड़ी में नमी 12 से 15 प्रतिशत होती है, जबकि गाय के काष्ठ में सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत. इसका एक लाभ ये है कि अंतिम क्रिया में इस काष्ठ का प्रयोग करने की स्थिति में घी सहित अन्य पदार्थ का कम प्रयोग करना होगा.

" />
Know your world in 60 words - Read News in just 1 minute
हॉट टोपिक
Select the content to hear the Audio

Added on : 2020-01-30 20:45:04

गुजरात के जामनगर में आणदाबाबा सेवा संस्थान ने गाय के गोबर से लकड़ी बनाने की एक नई पहल शुरू की है. गौ-शालाएं इस तकनीक के जरिए राजस्व का नया स्त्रोत खोज सकती है. बता दें की सामान्यत: पेड़ की लकड़ी में नमी 12 से 15 प्रतिशत होती है, जबकि गाय के काष्ठ में सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत. इसका एक लाभ ये है कि अंतिम क्रिया में इस काष्ठ का प्रयोग करने की स्थिति में घी सहित अन्य पदार्थ का कम प्रयोग करना होगा.

गुजरात के जामनगर में आणदाबाबा सेवा संस्थान ने गाय के गोबर से लकड़ी बनाने की एक नई पहल शुरू की है. गौ-शालाएं इस तकनीक के जरिए राजस्व का नया स्त्रोत खोज सकती है. बता दें की सामान्यत: पेड़ की लकड़ी में नमी 12 से 15 प्रतिशत होती है, जबकि गाय के काष्ठ में सिर्फ 2 से 3 प्रतिशत. इसका एक लाभ ये है कि अंतिम क्रिया में इस काष्ठ का प्रयोग करने की स्थिति में घी सहित अन्य पदार्थ का कम प्रयोग करना होगा.

आज की बात

हेडलाइंस

अच्छी खबर

शर्मनाक

भारत

दुनिया