दिल्ली की सत्ता में भाजपा की 27 सालों बाद वापसी हुई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार हुई है. इस हार के कई कारण रहे हैं. इनमें एक कारण यह भी सामने आ रहा है कि जिन 21 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने विधायकों के टिकट काटकर प्रत्याशी बदले थे उनमें से अधिकांश सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा है. प्रत्याशी बदलने के बावजूद उन सीटों पर पार्टी जीतने में सफल नहीं हो सकी. हालांकि, दो सीटों पर मौजूदा विधायकों की जगह उनके पुत्रों को टिकट देने का पार्टी को फायदा हुआ चांदनी चौक और मटिया महल दोनों सीटों पर विधायक पुत्रों पुरनदीप सिंह साहनी और आले मोहम्मद इकबाल ने जीत दर्ज की है.