बिहार के दरभंगा में विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में चेकिंग अभियान के दौरान एक दरोगा का बेटा बड़ी संख्या में शराब की बोतल के साथ पकड़ा गया। सबसे खास बात यह है कि बेटे का पकड़वाने वाला उसका अपना पिता है। दरोगा प्रभात शंकर सिंह ने अपनी वर्दी और बेटे के बीच अपनी वर्दी को ज्यादा तवज्जो देते हुए अपने बेटे इंद्रजीत को शराब की तस्करी के आरोप में अरेस्ट किया। होली से पहले इंद्रजीत ने शराब तस्करों का गिरोह जॉइन किया और विदेशी शराब की 25 बोतलें तस्करी कर बिहार ले आया। उसकी योजना इन बोतलों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाने की थी। इंद्रजीत अपनी इस योजना में कामयाब नहीं हो पाया और उसके पिता को इस बारे में पता चला गया। दरोगा ने बेटे की योजना की भनक लगते ही दरभंगा में अपने वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी और पुलिस ने उन्हीं के घर छापा मारकर बोतलें जब्त कर इंद्रजीत को गिरफ्तार कर लिया। बाद में इंद्रजीत को कोर्ट में पेश किया गया और उसे जेल भेज दिया गया।
बिहार के दरभंगा में विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में चेकिंग अभियान के दौरान एक दरोगा का बेटा बड़ी संख्या में शराब की बोतल के साथ पकड़ा गया। सबसे खास बात यह है कि बेटे का पकड़वाने वाला उसका अपना पिता है। दरोगा प्रभात शंकर सिंह ने अपनी वर्दी और बेटे के बीच अपनी वर्दी को ज्यादा तवज्जो देते हुए अपने बेटे इंद्रजीत को शराब की तस्करी के आरोप में अरेस्ट किया। होली से पहले इंद्रजीत ने शराब तस्करों का गिरोह जॉइन किया और विदेशी शराब की 25 बोतलें तस्करी कर बिहार ले आया। उसकी योजना इन बोतलों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाने की थी। इंद्रजीत अपनी इस योजना में कामयाब नहीं हो पाया और उसके पिता को इस बारे में पता चला गया। दरोगा ने बेटे की योजना की भनक लगते ही दरभंगा में अपने वरिष्ठ अफसरों को जानकारी दी और पुलिस ने उन्हीं के घर छापा मारकर बोतलें जब्त कर इंद्रजीत को गिरफ्तार कर लिया। बाद में इंद्रजीत को कोर्ट में पेश किया गया और उसे जेल भेज दिया गया।