कांग्रेस ने संभल में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा का मुकाबला करने के लिए गांधीवादी तरीके का सहारा लिया है. राज्य पुलिस द्वारा विपक्ष के नेता (लोकसभा) राहुल गांधी और लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी के 4 दिसंबर को दिल्ली की सीमाओं पर संभल दौरे को रोके जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस राज्य सरकार के कदम का शांतिपूर्ण विरोध करने के लिए गुरुवार को पूरे उत्तर प्रदेश में कैंडल मार्च निकालेगी.
एआईसीसी के प्रभारी अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि मैंने सभी जिला टीमों से कहा है कि वे हमारे नेताओं को रोकने वाली सरकार के खिलाफ गुरुवार को अपने-अपने क्षेत्रों में कैंडल मार्च निकालें. पांडे ने कहा, "उन्हें एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व की प्रतिमा पर कैंडल मार्च का समापन करने और प्रार्थना करने के लिए कहा गया है कि राज्य सरकार को सद्बुद्धि आए और संभल हिंसा के पीड़ितों को न्याय मिले."