अरुण पटेल
मध्यप्रदेश में इस माह हो रहे विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए अब केवल 11 दिन शेष हैं और इसके साथ ही अपनों और भाजपा दोनों के निशाने पर कांग्रेस पार्टी आ गई है, क्योंकि वह फिर से अपनी सरकार बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है तो वहीं भाजपा भी फिर से राज्य में सरकार बनाने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रही है। भाजपा ने अपने राष्ट्रीय और प्रादेशिक नेताओं की फौज चुनाव प्रचार में लगा दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तूफानी दौरा कर रहे हैं। जहां तक कांगेस का सवाल है उसके स्टार प्रचारकों में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ही रहेंगे, बाकी और कोई कांग्रेस में ऐसा नेता नहीं है जिसके लिए भीड़ जुट सके।
हालांकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मैदान में हैं और उनकी सभाओं में भी अच्छी-खासी भीड़ आ रही है। दिग्विजय सिंह भी पूरी तरह सक्रिय हो गये हैं और उनका ध्यान कांग्रेस की हारी हुई सीटों को जीतने पर अधिक लगा है। वैसे भी अन्य प्रत्याशियों के क्षेत्र में भी वे प्रचार करने जाने वाले हैं। भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की बड़ी फौज राज्य में जगह-जगह तैनात हो गई है और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोपों की झड़ी लगा रही हैं। कांग्रेस पर भाजपा के साथ ही आईएनडीआईए में शामिल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गरज-बरस रहे हैं तो मायावती और अरविन्द केजरीवाल भाजपा तथा कांग्रेस दोनों को ही निशाने पर लिए हुए हैं। कांग्रेस पर सबसे तीखा हमला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खंडवा एवं सिवनी जिले की आमसभाओं में करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस मध्यप्रदेश को अपनी पार्टी का एटीएम बनाना चाहती है और प्रदेश के दो कांग्रेस नेता (कमलनाथ व दिग्विजय सिंह का नाम लिए बिना) अपने बेटों को सेट करने के चक्कर में एमपी को अपसेट कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दादा-दादी, नाना-नानी के नाम पर कांग्रेस वोट मांग रही है, उसका न तो कोई अपना भविष्य है और न ही उसके पास युवाओं के भविष्य के लिए कोई योजना ही है तथा न ही कोई रोडमैप है। मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर तंज करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग आज भी कहते हैं कि हमारे दादा-दादी, नाना-नानी ने यह किया था इसलिए हमें वोट दो।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने आजादी का श्रेय सिर्फ एक ही परिवार के नाम कर दिया और कांग्रेस के लिए इस एक परिवार से बड़ा और कोई है ही नहीं। वहीं कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए आईएनडीआईए के सहयोगी समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव लगातार हावी होने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी नाराजगी कांग्रेस की ओर से आईएनडीआईए के तहत सपा के साथ विधानसभा चुनाव न लड़ने को लेकर है। अपनी सभा में अखिलेश ने कांग्रेस पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को वोट न देने की अपील की है। उनका कहना था कि कांग्रेस को वोट मत देना यह बहुत चालू पार्टी है। मध्यप्रदेश के लोगों ने देखा है कि अगर किसी पार्टी ने गठबंधन को धोखा दिया है तो वह कांग्रेस पार्टी है। प्रदेश की बदहाली के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही जिम्मेदार हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि यह हमारी गलती है कि हमने 80 साल की उम्र वालों पर भरोसा कर लिया कि वे हमें पहचानेंगे, पिछली बार जब सरकार बनी थी तब हमें खोज रहे थे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय कम्युनिकेशन प्रमुख एवं सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर आगामी वर्ष एक जनवरी से महिलाओं के खाते में 1500 रुपये जमा होने लगेंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल संबंधी प्रश्न के उत्तर में उनका कहना था कि हम भाजपा के दो घोड़े ईडी और सीबीआई से लड़ रहे हैं ये मोदी के अस्त्र हैं, भाजपा घबराई हुई है तथा यह एक राजनीतिक साजिश है। उन्होंने केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। इस प्रकार अभी तो यह आगाज है धीरे-धीरे तल्खियां और बढ़ती जायेंगी और चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपने चरम पर पहुंच कर थम जायेंगी।