कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोनिया गांधी, मोनमोहन सिंह, पी.चिंदबरम समेत पार्टी के बडे नेताओं की मौजूदगी में यह घोषणा-पत्र जारी किया। राहुल गांधी ने इस घोषमा-पत्र को कांग्रेस का बडा कदम बताया और काहाकि जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरूआत की थी तो पी. चिदंबरम और राजीव गौडा से कहा था कि यह घोषणा-पत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए।
पठिए इसकी खास बाते..
(1)यह घोषणापत्र कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा कदम है। जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत की थी तो हमने पी चिदंबरम और राजीव गौड़ा से कहा था कि यह घोषणापत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए।
(2)घोषणापत्र में भी जो हो वह सच हो, उसे लागू किया जा सके। आज हमारे पीएम द्वारा सैकड़ों झूठ बोले जा रहे हैं। घोषणापत्र में हम लोगों से संबंधित योजनाओं को लागू करेंगे। जब हम 'न्याय' के बारे में बोलते हैं तो जनता से रिस्पॉन्स मिलता है।
(3)72,000 रुपये हर साल हम देश की जनता के खाते में डाल सकते हैं। गरीबी पर वार हर साल 72 हजार।
(4)एक साल में 72 हजार यानी 5 साल में 3.60 लाख रुपये। किसानों और गरीबों की जेब में सीधा पैसा जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी करके देश की अर्थव्यवस्था को जाम किया, वह इससे खत्म हो जाएगा।
(5)देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। 2 करोड़ रोजगार नहीं मिले। 22 लाख सरकारी रोजगार, उनको कांग्रेस मार्च 2020 तक भरकर दे देगी।
(6)10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार देगी। 3 साल के लिए देश के युवाओं को बिजनस खोलने के लिए किसी से कोई इजाजत नहीं लेनी होगी।
(7)हम मनरेगा को 150 दिन गारंटीड करना चाहते हैं। हम मनरेगा के 100 दिन बढ़ाकर 150 करना चाहते हैं।
(8)हमारा मानना है कि किसान बजट अलग होना चाहिए। देश के किसान को मालूम होना चाहिए कि उसको कितना पैसा मिल रहा है, उसकी MSP कितनी बढ़ाई जा रही है। घोषणापत्र में हमने निर्णय लिया है कि किसान अगर कर्जा न दे पाए तो वह आपराधिक नहीं बल्कि सिविल मामला हो।
(9)जीडीपी का 6 प्रतिशत पैसा देश की शिक्षा व्यवस्था में दिया जाएगा। गरीब से गरीब व्यक्ति को सबसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।
(10)कांग्रेस पार्टी देश को जोड़ने का काम करेगी। नैशनल और इंटरनल पॉलिसी पर हमारा सबसे ज्यादा जोर रहेगा।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोनिया गांधी, मोनमोहन सिंह, पी.चिंदबरम समेत पार्टी के बडे नेताओं की मौजूदगी में यह घोषणा-पत्र जारी किया। राहुल गांधी ने इस घोषमा-पत्र को कांग्रेस का बडा कदम बताया और काहाकि जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरूआत की थी तो पी. चिदंबरम और राजीव गौडा से कहा था कि यह घोषणा-पत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए।
पठिए इसकी खास बाते..
(1)यह घोषणापत्र कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा कदम है। जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत की थी तो हमने पी चिदंबरम और राजीव गौड़ा से कहा था कि यह घोषणापत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए।
(2)घोषणापत्र में भी जो हो वह सच हो, उसे लागू किया जा सके। आज हमारे पीएम द्वारा सैकड़ों झूठ बोले जा रहे हैं। घोषणापत्र में हम लोगों से संबंधित योजनाओं को लागू करेंगे। जब हम 'न्याय' के बारे में बोलते हैं तो जनता से रिस्पॉन्स मिलता है।
(3)72,000 रुपये हर साल हम देश की जनता के खाते में डाल सकते हैं। गरीबी पर वार हर साल 72 हजार।
(4)एक साल में 72 हजार यानी 5 साल में 3.60 लाख रुपये। किसानों और गरीबों की जेब में सीधा पैसा जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी करके देश की अर्थव्यवस्था को जाम किया, वह इससे खत्म हो जाएगा।
(5)देश में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। 2 करोड़ रोजगार नहीं मिले। 22 लाख सरकारी रोजगार, उनको कांग्रेस मार्च 2020 तक भरकर दे देगी।
(6)10 लाख युवाओं को ग्राम पंचायत में रोजगार देगी। 3 साल के लिए देश के युवाओं को बिजनस खोलने के लिए किसी से कोई इजाजत नहीं लेनी होगी।
(7)हम मनरेगा को 150 दिन गारंटीड करना चाहते हैं। हम मनरेगा के 100 दिन बढ़ाकर 150 करना चाहते हैं।
(8)हमारा मानना है कि किसान बजट अलग होना चाहिए। देश के किसान को मालूम होना चाहिए कि उसको कितना पैसा मिल रहा है, उसकी MSP कितनी बढ़ाई जा रही है। घोषणापत्र में हमने निर्णय लिया है कि किसान अगर कर्जा न दे पाए तो वह आपराधिक नहीं बल्कि सिविल मामला हो।
(9)जीडीपी का 6 प्रतिशत पैसा देश की शिक्षा व्यवस्था में दिया जाएगा। गरीब से गरीब व्यक्ति को सबसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।
(10)कांग्रेस पार्टी देश को जोड़ने का काम करेगी। नैशनल और इंटरनल पॉलिसी पर हमारा सबसे ज्यादा जोर रहेगा।