भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 के लॉन्चिंग में अब मात्र एक हफ्ते का समय बचा है. चंद्रयान-2 को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) एमके- III रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा जाना है. इसके लिए रविवार को श्री हरिकोटा के लॉन्च पैड पर GSLV मार्क 3 को स्थापित किया जाएगा. इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर के सिवन ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सातवें दीक्षांत समारोह में कहा कि चंद्रयान-2 को प्रक्षेपण यान के साथ एकीकृत कर दिया गया है. जिसे रविवार को लॉन्च पैड पर ले जाया जाएगा. चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्चिग के लिए तैयार किया गया है. मिशन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशनल तैयारियों की जांच 13 जुलाई को की जाएगी.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 के लॉन्चिंग में अब मात्र एक हफ्ते का समय बचा है. चंद्रयान-2 को जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) एमके- III रॉकेट से अंतरिक्ष में भेजा जाना है. इसके लिए रविवार को श्री हरिकोटा के लॉन्च पैड पर GSLV मार्क 3 को स्थापित किया जाएगा. इसरो के अध्यक्ष डॉक्टर के सिवन ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सातवें दीक्षांत समारोह में कहा कि चंद्रयान-2 को प्रक्षेपण यान के साथ एकीकृत कर दिया गया है. जिसे रविवार को लॉन्च पैड पर ले जाया जाएगा. चंद्रयान-2 को 15 जुलाई को लॉन्चिग के लिए तैयार किया गया है. मिशन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशनल तैयारियों की जांच 13 जुलाई को की जाएगी.