आने वाले समय में ए.टी.एम. से कैश निकालना महंगा पड़ सकता है। इसकी वजह यह है कि नैशनल पेमैंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने कैश विद्ड्रॉल्स के लिए इंटरचेंज चार्ज बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। इंटरचेंज चार्ज वह अमाऊंट होती है जो ए.टी.एम. ऑपे्रटर्स से प्रत्येक ट्रांजैक्शन के लिए वसूला जाता है। एन.पी.सी.आई. ने इंटरचेज फीस बढ़ाने की सिफारिश ऐसे समय की है जब ए.टी.एम. का संचालन करने वाली कम्पनियां पहले ही लागत बढऩे की बात कह रही हैं। ऐसे में अगर सरकार इंटरचेंज फीस बढ़ाती है तो ए.टी.एम. संचालन करने वाली कम्पनियों की लागत और बढ़ेगी। ऐसे में इसका बोझ ए.टी.एम. से पैसे निकालने वालों को भी उठाना पड़ सकता है।
आने वाले समय में ए.टी.एम. से कैश निकालना महंगा पड़ सकता है। इसकी वजह यह है कि नैशनल पेमैंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने कैश विद्ड्रॉल्स के लिए इंटरचेंज चार्ज बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। इंटरचेंज चार्ज वह अमाऊंट होती है जो ए.टी.एम. ऑपे्रटर्स से प्रत्येक ट्रांजैक्शन के लिए वसूला जाता है। एन.पी.सी.आई. ने इंटरचेज फीस बढ़ाने की सिफारिश ऐसे समय की है जब ए.टी.एम. का संचालन करने वाली कम्पनियां पहले ही लागत बढऩे की बात कह रही हैं। ऐसे में अगर सरकार इंटरचेंज फीस बढ़ाती है तो ए.टी.एम. संचालन करने वाली कम्पनियों की लागत और बढ़ेगी। ऐसे में इसका बोझ ए.टी.एम. से पैसे निकालने वालों को भी उठाना पड़ सकता है।