घर-घर नल से जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के लक्ष्य को गुजरात सरकार ने 2022 तक पूरा करने के लए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कन्या के स्कूल जाने पर सरकार दस हजार रुपये देगी व 18 साल की होने पर एक लाख रुपये खाते में जमा कराएगी। सरकार ने विवाह पंजीकरण व दत्तक पत्र को महंगा किया है।
गुजरात विधानसभा में बजट पेश करते हुए उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि राज्य के 18 हजार गांवों में से 13 हजार तक नल से जल पहुंचाने के लिए वाटर ग्रिड विकसित किया जा चुका है। गुजरात में 79 फीसद गांवों को नल से जल उपलब्ध कराया जा रहा है। सिक्किम के बाद गुजरात दूसरे नंबर पर आता है।
गुजरात का बजट पहली बार दो लाख को पार कर 2 लाख 4815 करोड का हो गया है। यह 285 करोड 12 लाख का सरप्लस बजट है।
घर-घर नल से जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के लक्ष्य को गुजरात सरकार ने 2022 तक पूरा करने के लए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कन्या के स्कूल जाने पर सरकार दस हजार रुपये देगी व 18 साल की होने पर एक लाख रुपये खाते में जमा कराएगी। सरकार ने विवाह पंजीकरण व दत्तक पत्र को महंगा किया है।
गुजरात विधानसभा में बजट पेश करते हुए उपमुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि राज्य के 18 हजार गांवों में से 13 हजार तक नल से जल पहुंचाने के लिए वाटर ग्रिड विकसित किया जा चुका है। गुजरात में 79 फीसद गांवों को नल से जल उपलब्ध कराया जा रहा है। सिक्किम के बाद गुजरात दूसरे नंबर पर आता है।
गुजरात का बजट पहली बार दो लाख को पार कर 2 लाख 4815 करोड का हो गया है। यह 285 करोड 12 लाख का सरप्लस बजट है।