मौलाना अरशद मदनी की अगुवाई वाली जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बड़ा फैसला लिया है. संगठन ने नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और चिराग पासवान जैसे नेताओं से खुद को अलग करने का ऐलान किया है. संगठन अब इनकी ओर से आयोजित किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा. संगठन की ओर से शुक्रवार को इसे लेकर बयान जारी किया गया.
जमीयत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान पर मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर चुप रहने का आरोप लगाया. मदनी का कहना है कि ये नेता खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, लेकिन सत्ता की खातिर वे मौजूदा सरकार का समर्थन कर रहे हैं. संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी कर रहे हैं.