कमेटी ने इंदौर के देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में की गई कई एंट्रियों में एक समान हैंडराईटिंग और स्याही पाई थी. कमेटी ने कहा कि संजीव नसियार की एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री 1998 की है, जबकि बीसीआई ने ये एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री 2008 में शुरू की थी. कमेटी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें जांच में सहयोग नहीं किया और यहां तक कि जांच में बाधा डालने की भी कोशिश की. इससे संजीव नसियार की डिग्री को लेकर संदेह और गहरा गया.