लोकसभा चुनाव के बीच अयोध्या रामजन्मभूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी. गौरतलब है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता का आदेश दिया था. इसके लिए कोर्ट ने एक समिति का गठन किया था जिसमें जस्टिस ख़लीफ़ुल्लाह, श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्री राम पांचु शामिल थे.
सुप्रीम कोर्ट ने पैनल को रिपोर्ट सौंपने के लिए आठ हफ्ते का समय दिया था. जिस संविधान पीठ ने यह फ़ैसला सुनाया उसमें चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चन्द्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर शामिल थे. अदालत ने आदेश दिया था कि मध्यस्थता बंद कमरे में और पूरी तरह गोपनीयता के साथ होगी.
लोकसभा चुनाव के बीच अयोध्या रामजन्मभूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई होगी. गौरतलब है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता का आदेश दिया था. इसके लिए कोर्ट ने एक समिति का गठन किया था जिसमें जस्टिस ख़लीफ़ुल्लाह, श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्री राम पांचु शामिल थे.
सुप्रीम कोर्ट ने पैनल को रिपोर्ट सौंपने के लिए आठ हफ्ते का समय दिया था. जिस संविधान पीठ ने यह फ़ैसला सुनाया उसमें चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चन्द्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर शामिल थे. अदालत ने आदेश दिया था कि मध्यस्थता बंद कमरे में और पूरी तरह गोपनीयता के साथ होगी.