अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोही के ठिकानों को निशाना बनाया है। समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार अमेरिकी सेना ने मंगलवार को यमन में स्थित हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया है। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी सेना ने उन बैलिस्टिक मिसाइलों को तबाह कर दिया है जिन्हें हूती विद्रोहियों द्वारा इस्तेमाल किया जाना था।
पिछले साल इसराइल-हमास संघर्ष के शुरू होने के बाद से ही हूती विद्रोही लगातार हमास का समर्थन कर रहे हैं और लाल सागर से गुज़र रहे जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं.
इसी के जवाब में कल रात अमेरिका और ब्रिटेन के फाइटर जेट्स ने यमन में साठ से ज़्यादा हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाया है.
वहीं हमले के बाद हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने कहा है कि हमला करने वालों को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने लाल सागर में मालवाहक जहाजों पर हूती विद्रोहियों के हालिया हमलों के प्रभाव के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की है. यूएई ने इन हमलों को क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए "अस्वीकार्य खतरा" माना है. यूएई के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह बाब अल-मंदेब और लाल सागर में समुद्री परिवहन पर हमलों के परिणामों को लेकर चिंतित है. बयान में कहा गया है कि कि इस तरह की कार्रवाइयों से "अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक हितों" को खतरा है.
7 अक्टूबर को जब हमास के आतंकवादियों द्वारा इज़राइल पर हमला किया गया तो इसके बाद इजरायल ने गाजा पर लगातार हमले शुरू कर दिए. हूती विद्रोहियों ने अरब सागर और लालग में इजरायल की ओर जाने वाले शिपिंग जहाजों पर हमला करना शुरू कर दिया. हूतियों ने चेतावनी दी है कि जब तक इजरायल हमास के खिलाफ अपने हमले नहीं रोक देता तब तक उसकी कार्रवाई चालू रहेगी.