Know your world in 60 words - Read News in just 1 minute
हॉट टोपिक
Select the content to hear the Audio

Added on : 2017-04-27 13:30:35

मशहूर अभिनेता विनोद खन्ना का मुंबई में निधन हो गया है। वे 70 साल के थे। विनोद खन्ना का जन्म अविभाजित भारत के पेशावर में 1946 को हुआ था। वे पंजाब के गुरदासपुर से चार बार सांसद बने। उन्होंने 140 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया था। विनोद खन्ना 1968 से भारतीय फिल्मों में आए। 1998 में पहली बार विनोद खन्ना सांसद चुने गए थे। 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में उन्हें (विनोद खन्ना को) विदेश राज्य मंत्री बनाया गया था।
विनोद खन्ना अपने वक्त के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में शुमार होते थे। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी अदाकारी का जौहर दिखाया। विनोद खन्ना ने सुनील दत्त की 1968 में आई फिल्म 'मन का मीत' से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में उन्होंने (विनोद खन्ना ने) विलेन का किरदार निभाया था। अपनी शुरुआती फिल्मी कॅरियर में विनोद खन्ना सह अभिनेता या विलेन के रोल में ही ज़्यादातर नजर आए। ये फिल्में थीं- आन मिलो सजन, मस्ताना, पूरब और पश्चिम, ऐलान, सच्चा झूठा, मेरा गांव मेरा देश।
विनोद खन्ना को फिल्म 'हाथ की सफाई' के लिए 1974 में बेस्ट स्पोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था।
फिल्म 'मेरे अपने' में विनोद खन्ना अपने एंग्री यंग मैन के अंदाज़ में नज़र आए तो सुपरहिट फिल्म 'मेरा गांव मेरा देश' में उन्होंने मुख्य विलेन के किरदार के तौर पर अपनी छाप छोड़ी। लेकिन 1973 में फिल्म 'अचानक' ने विनोद खन्ना के फिल्मी कॅरियर को नई उड़ान दी। इस फिल्म में उन्होंने मिलिट्री ऑफिसर का किरदार निभाया था जिसे फिल्म समीक्षकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली। बॉलीवुड और उनके प्रशंसकों ने भी इस फिल्म और विनोद खन्ना के मिलिट्री किरदार की खूब तारीफ की। जिसके बाद बॉलीवुड में विनोद खन्ना ने रफ्तार पकड़ी और फिर उन्हें पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी।

मशहूर अभिनेता विनोद खन्ना का मुंबई में निधन हो गया है। वे 70 साल के थे। विनोद खन्ना का जन्म अविभाजित भारत के पेशावर में 1946 को हुआ था। वे पंजाब के गुरदासपुर से चार बार सांसद बने। उन्होंने 140 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया था। विनोद खन्ना 1968 से भारतीय फिल्मों में आए। 1998 में पहली बार विनोद खन्ना सांसद चुने गए थे। 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में उन्हें (विनोद खन्ना को) विदेश राज्य मंत्री बनाया गया था।
विनोद खन्ना अपने वक्त के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में शुमार होते थे। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी अदाकारी का जौहर दिखाया। विनोद खन्ना ने सुनील दत्त की 1968 में आई फिल्म 'मन का मीत' से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में उन्होंने (विनोद खन्ना ने) विलेन का किरदार निभाया था। अपनी शुरुआती फिल्मी कॅरियर में विनोद खन्ना सह अभिनेता या विलेन के रोल में ही ज़्यादातर नजर आए। ये फिल्में थीं- आन मिलो सजन, मस्ताना, पूरब और पश्चिम, ऐलान, सच्चा झूठा, मेरा गांव मेरा देश।
विनोद खन्ना को फिल्म 'हाथ की सफाई' के लिए 1974 में बेस्ट स्पोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था।
फिल्म 'मेरे अपने' में विनोद खन्ना अपने एंग्री यंग मैन के अंदाज़ में नज़र आए तो सुपरहिट फिल्म 'मेरा गांव मेरा देश' में उन्होंने मुख्य विलेन के किरदार के तौर पर अपनी छाप छोड़ी। लेकिन 1973 में फिल्म 'अचानक' ने विनोद खन्ना के फिल्मी कॅरियर को नई उड़ान दी। इस फिल्म में उन्होंने मिलिट्री ऑफिसर का किरदार निभाया था जिसे फिल्म समीक्षकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली। बॉलीवुड और उनके प्रशंसकों ने भी इस फिल्म और विनोद खन्ना के मिलिट्री किरदार की खूब तारीफ की। जिसके बाद बॉलीवुड में विनोद खन्ना ने रफ्तार पकड़ी और फिर उन्हें पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी।

आज की बात

हेडलाइंस

अच्छी खबर

शर्मनाक

भारत

दुनिया