राजधानी में फिर एक नन्ही बच्ची के साथ दरिंदगी हुई है। बच्ची महज एक साल की है। अमन विहार में बीती रात उस मासूम बच्ची को जानवरों की तरह बांधकर दुष्कर्म किया गया है। बच्ची की तलाश करते परिजन जब आरोपी के ठिकाने पर पहुंचे तो मासूम की हालत देख सन्न रह गए। नन्ही बच्ची जो ठीक से बैठ नहीं पाती, दुष्कर्मी ने उसकी गर्दन और हाथ कपड़े से बंध रखे थे। उसके शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। वह खून से लथपथ थी। परिजन बच्ची को फौरन मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल लेकर भागे। अस्पताल में उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। दूसरी ओर मौके पर लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की, लेकिन पुलिस के पहुंचने से उसकी जान बच गई।
लोकल पुलिस ने आरोपी की अस्पताल से पट्टियां वगैरह करवाने के बाद हिरासत में ले लिया। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अभी खामोश हैं। हमने वारदात के सिलसिले में रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी से जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन न उन्होंने कॉल्स रिसीव कीं, न वॉट्सऐप मेसेज का रिप्लाई किया। आरोपी की पहचान धर्मेंद्र उर्फ गोलू (20) के तौर पर हुई है। वह बच्ची के ताऊ का जानने वाला बताया जा रहा है। मूलरूप से बदायूं (उप्र) का रहने वाला है। साप्ताहिक बाजारों में छोले-भटूरे बेचने का काम करता है। बताया जा रहा है कि वह बीती रात बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने घर से ले गया था। देर तक बच्ची को लेकर नहीं लौटा तो परिजनों को शक हुआ।
उसे तलाशना शुरू किया। आरोपी न अपने घर में मिला, न अपने छोले-भटूरे बेचने वाले ठिकाने पर। लोगों ने उसे हर जगह खोजने की कोशिश की। आखिरकार वह वहां मिला, जहां उसने छोले-भटूरे तैयार करने की किचन बनाई थी। वहां बच्ची की हालत देख लोगों का कलेजा मुंह को आ गया। अमन विहार में बच्चियों से दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। लोगों का कहना है कि आपराधिक तत्व पुलिस की सख्ती न होने का फायदा उठाते हैं।
Courtesy: GNS
राजधानी में फिर एक नन्ही बच्ची के साथ दरिंदगी हुई है। बच्ची महज एक साल की है। अमन विहार में बीती रात उस मासूम बच्ची को जानवरों की तरह बांधकर दुष्कर्म किया गया है। बच्ची की तलाश करते परिजन जब आरोपी के ठिकाने पर पहुंचे तो मासूम की हालत देख सन्न रह गए। नन्ही बच्ची जो ठीक से बैठ नहीं पाती, दुष्कर्मी ने उसकी गर्दन और हाथ कपड़े से बंध रखे थे। उसके शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। वह खून से लथपथ थी। परिजन बच्ची को फौरन मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल लेकर भागे। अस्पताल में उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। दूसरी ओर मौके पर लोगों ने आरोपी की जमकर पिटाई की, लेकिन पुलिस के पहुंचने से उसकी जान बच गई।
लोकल पुलिस ने आरोपी की अस्पताल से पट्टियां वगैरह करवाने के बाद हिरासत में ले लिया। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अभी खामोश हैं। हमने वारदात के सिलसिले में रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी से जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन न उन्होंने कॉल्स रिसीव कीं, न वॉट्सऐप मेसेज का रिप्लाई किया। आरोपी की पहचान धर्मेंद्र उर्फ गोलू (20) के तौर पर हुई है। वह बच्ची के ताऊ का जानने वाला बताया जा रहा है। मूलरूप से बदायूं (उप्र) का रहने वाला है। साप्ताहिक बाजारों में छोले-भटूरे बेचने का काम करता है। बताया जा रहा है कि वह बीती रात बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने घर से ले गया था। देर तक बच्ची को लेकर नहीं लौटा तो परिजनों को शक हुआ।
उसे तलाशना शुरू किया। आरोपी न अपने घर में मिला, न अपने छोले-भटूरे बेचने वाले ठिकाने पर। लोगों ने उसे हर जगह खोजने की कोशिश की। आखिरकार वह वहां मिला, जहां उसने छोले-भटूरे तैयार करने की किचन बनाई थी। वहां बच्ची की हालत देख लोगों का कलेजा मुंह को आ गया। अमन विहार में बच्चियों से दुष्कर्म के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। लोगों का कहना है कि आपराधिक तत्व पुलिस की सख्ती न होने का फायदा उठाते हैं।
Courtesy: GNS