भारत में सबसे ज्यादा दवाओं का प्रोडक्शन होता है. उसके बावजूद भारतीयों को अच्छी क्वालिटी की दवाएं नहीं मिल पा रही हैं. इस बात जानकारी सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की एक रिपोर्ट में हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि, भारत के ड्र्ग रेगुलेटर ने अक्टूबर महीने में 90 ऐसी दवाओं और औषधियों का पता लगाया है जो फेक क्वालिटी की हैं और नियामकों के मानक मानदंडों का उल्लंघन करके तैयार की गई हैं.