अधिकारियों के अनुसार, ओडिशा में इस साल जनवरी-फरवरी में जांच के लिए भेजे गए 225 नमूनों में से 59 में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है। ओडिशा के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्रा ने बताया कि इस वायरस के लिए फिलहाल कोई निश्चित उपचार नहीं है इसलिए एच3एन2 से बचने के लिए लोगों को कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।