एक 15 साल की लड़की ने साइकिल पर पिता को बिठाकर गुरुग्राम से बिहार तक का सफर किया है. करीब एक हफ्ते तक पिता को पीछे बिठाकर साइकिल चलाने के बाद लड़की बिहार के दरभंगा पहुंच गई.
करीब एक हफ्ते में लड़की ने 1200 किमी का सफर पूरा किया. इस लड़की का नाम ज्योति कुमारी है. पिता मोहन पासवान के घायल होने की वजह से ज्योति को उन्हें बिठाकर पूरे रास्ते साइकिल चलाना पड़ा.
ज्योति 7वीं क्लास में पढ़ती है. ज्योति ने कहा कि सफर के दौरान उसे डर लगता था कि कहीं पीछे से कोई गाड़ी टक्कर न मार दे.
एक 15 साल की लड़की ने साइकिल पर पिता को बिठाकर गुरुग्राम से बिहार तक का सफर किया है. करीब एक हफ्ते तक पिता को पीछे बिठाकर साइकिल चलाने के बाद लड़की बिहार के दरभंगा पहुंच गई.
करीब एक हफ्ते में लड़की ने 1200 किमी का सफर पूरा किया. इस लड़की का नाम ज्योति कुमारी है. पिता मोहन पासवान के घायल होने की वजह से ज्योति को उन्हें बिठाकर पूरे रास्ते साइकिल चलाना पड़ा.
ज्योति 7वीं क्लास में पढ़ती है. ज्योति ने कहा कि सफर के दौरान उसे डर लगता था कि कहीं पीछे से कोई गाड़ी टक्कर न मार दे.